Third Year Personality Development and Character Building 20 Prashn

 Third Year Personality Development and Character Building 20 Prashn


 


Third year Personality Development And Character Building 20 prashn For all universities of Madhya Pradesh




20 prashn details :- 👇

  

                          नवीनतम पाठ्यक्रम




इकाई-एक

(i) व्यक्तित्व विकास (शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक विकास) अर्थ, अवधारणा, व्यक्तित्व विकास के कारक तत्त्व
(ii) चरित्र निर्माण (व्यक्तिगत एवं राष्ट्रीय चरित्र) अर्थ, अवधारणा, चरित्र के कारक तत्त्व तथा चरित्र निर्माण के साधन।
(iii) पंचकोष, अन्नमय कोष, प्राणमय कोष, मनोमय कोष, विज्ञानमय कोष एवं आनंदमय कोष, सामान्य परिचय, अर्थ, उद्देश्य एवं महत्त्व
(iv) पंचकोष विकास के लाभ तथा पंचकोष विकसित करने के साधन।



इकाई-दो

(i) शारीरिक एवं मानसिक विकास
(ii) शारीरिक एवं मानसिक विकास के अर्थ, संकल्पना
(iii) आदर्श दिनचर्या, संतुलित आहार, ऋतुचर्या, सूक्ष्म व्यायाम
(iv) अष्टांग योग-यम नियम, ईश्वर प्राणिधान, स्वाध्याय, संतोष धैर्य, सदाचार, अनुशासन का अभ्यास।
(v) अतीत गौरव, सामाजिक एवं नागरिकता बोध, सर्वपंथ सम्मान एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण।
(vi) राष्ट्र, राष्ट्रीयता, लोकतंत्र, स्वाधीनता, सुराज, वसुधैव कुटुम्बकम, राष्ट्र अस्तित्व।



इकाई-तीन

(i) नैतिक और आध्यात्मिक विकास
(ii) पंचकोष और पठचक्र का अन्तर्सम्बन्ध
(iii) अष्टांग योग, प्राणायाम, प्रत्याहार, धारणा, ध्यान, समाधि।
(iv) कर्मयोग, भक्तियोग, ज्ञानयोग की जीवन में स्वेच्छानुसार निरंतरता।
(v) भारतीय काल गणना, वैदिक मंत्रों का अभ्यास।
(vi) मातृभाषा और भारतीय ज्ञान परम्परा का स्वाभिमान और चिंतन।
(vii) वैदिक ऋषियों, अवतारों और महापुरुषों को जीवन चरित्र पठन।
(viii) सेवा, सहिष्णुता, परोपकार, समर्पण और आत्मषरीक्षण का अभ्यास।



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